पीयूष बबेले ने सोशल मीडिया X पर रेलवे टिकट की तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि “मोदी सरकार किस क़दर विज्ञापनजीवी है इसका उदाहरण देखिए कि रेलवे टिकट पर ऑपरेशन सिंदूर को मोदी के विज्ञापन के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। ये सेना के पराक्रम को भी प्रोडक्ट की तरह बेच रहे हैं। इनसे देशभक्ति नहीं सौदेबाज़ी ही हो सकती है।”
लेखन – सुचित्रा
ऑपरेशन सिन्दूर की सफलता अब रेलवे की टिकटों पर भी दिखाई दे रही है, जो अब विवाद और चर्चा का विषय बन गया है। इसके साथ ही बिहार के स्कूल बैग पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर छपी मिली। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस सब की वजह इस साल के अंत में बिहार में होने वाला विधानसभा चुनाव है।
कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ / CM Kamal Nath के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने रविवार 18 मई 2025 को एक्स पर IRCTC के टिकट का फोटो शेयर किया था। इस टिकट में ऑपेरशन सिंदूर और प्रधानमंत्री की सलामी करते हुए तस्वीर छापी गई। कांग्रेस नेता ने बिहार चुनाव के लिए राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप लगाया।
ऑपरेशन सिंदूर: सेना के पराक्रम को प्रोडक्ट की तरह बेचने का आरोप
पीयूष बबेले ने सोशल मीडिया X पर रेलवे टिकट की तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि “मोदी सरकार किस क़दर विज्ञापनजीवी है इसका उदाहरण देखिए कि रेलवे टिकट पर ऑपरेशन सिंदूर को मोदी के विज्ञापन के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। ये सेना के पराक्रम को भी प्रोडक्ट की तरह बेच रहे हैं। इनसे देशभक्ति नहीं सौदेबाज़ी ही हो सकती है।”
मोदी सरकार किस क़दर विज्ञापनजीवी है इसका उदाहरण देखिए कि रेलवे टिकट पर ऑपरेशन सिंदूर को मोदी के विज्ञापन के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।
ये सेना के पराक्रम को भी प्रोडक्ट की तरह बेच रहे हैं। इनसे देशभक्ति नहीं सौदेबाज़ी ही हो सकती है। @INCIndia pic.twitter.com/XPcf9O7REB— Piyush Babele||पीयूष बबेले (@BabelePiyush) May 18, 2025
रेलवे टिकट पर ऑपरेशन सिन्दूर की तस्वीर के साथ नारा
जैसा कि IRCTC की रेलवे टिकट में देखा जा सकता है कि कथित तौर पर विज्ञापन में प्रधानमंत्री मोदी को एक नारे के साथ दिखाया गया है और लिखा गया है कि ” ऑपरेशन सिन्दूर ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में एक नई लकीर खींच दी है, एक नया पैमाना, न्यू नॉमर्ल तय कर दिया है।”
बिहार के स्कूल बैग पर बीजेपी पार्टी का चुनाव प्रचार
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो बिहार विधानसभा के फतुहा (गांव) में छोटे बच्चों को बैग वितरित किए गए जिस पर चुनावी प्रचार दिखाई दिया। बैग पर प्रधानमंन्त्री मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर के साथ सर्वोतम शिक्षा, उत्तम बिहार जैसे नारा दिखाई दिए।
कांग्रेस ने इस तरह के प्रचार की निंदा की और कहा “बेशर्मी की हद है। यक़ीन मानिए, जिन बच्चों की पीठ को इन्होंने प्रचार की दीवार बना दिया… उनके स्कूल में आज भी ढंग की बेंच तक नहीं होंगी।”
बेशर्मी की हद है।
यक़ीन मानिए, जिन बच्चों की पीठ को इन्होंने प्रचार की दीवार बना दिया… उनके स्कूल में आज भी ढंग की बेंच तक नहीं होंगी। 😡📚👶 pic.twitter.com/aWiRzDncgM
— Bihar Congress (@INCBihar) May 19, 2025
भारतीय जनता पार्टी जिस तरह से आपदा में भी अवसर ढूंढ निकालती है यह किसी से छुपाया नहीं जा सकता। आपको याद होगा जब कोरोना महामारी का समय था तब भारतीय जनता ने मदद के लिए अनाज तो वितरित किया लेकिन उस पर भी प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर लगी मिली। इसी तरह कोविड वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर भी उनकी तस्वीर मौजूद रही।
लोग आक्रोशित हैं कि मोदी जी ट्रेन टिकट पर operation sindoor के साथ अपना फोटो छाप रहे हैं
अरे भाई जिसने कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट पर अपना फोटो छपवाया
खाद के बोरे, बच्चों के बैग, अनाज के थैले तक को नहीं छोड़ा
आर्मी के कमांडो तक बनके फोटो छपवाया
वो भला इस बार क्यों सुधरेगा?! pic.twitter.com/2NR981fswm
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) May 19, 2025
ये चुनाव प्रचार बस चुनाव जीतने के लिए है। बिहार में स्कूल की हालत जैसे भी हो लेकिन स्कूल बैग पर छपी तस्वीरों में तो काम हो रहा है। ये क्या किसी विकास से कम है क्या? अब बच्चों को क्या पता उनका इस्तेमाल किसी के चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा है, वे तो बस स्कूल बैग पाकर खुश हो गए। यह सोचने वाली बात है इस तरह का चुनाव प्रचार किया जा रहा है जो सिर्फ राजीनितिक मुद्दा नहीं रहा बल्कि सामाजिक मुद्दा भी बन गया है। इसका असर आम जनता पड़ता है जो सिर्फ इन प्रचार से खुश हो जाती है और उन्हें चुनाव में जिता देती है।
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